‘बस्तर बोलता भी है’ वर्तमान दौर के प्रतिरोध का प्रतीक
नई दिल्ली | साहित्य की हर विधा अपने समय का प्रतिनिधित्व करती है. इसीलिए साहित्य केवल अपने शिल्प और कथ्य की वजह से ही नहीं बल्कि तथ्य की वजह से ऐतिहासिक दस्तावेज में भी परिवर्तित हो जाता है. ऐसी ही एक काव्य संग्रह ‘बस्तर बोलता भी है’ का शनिवार को नई दिल्ली में लोकार्पण किया […]
किसान व कवि डॉ राजाराम त्रिपाठी की काव्य संग्रह ‘बस्तर बोलता भी है’ का लोकार्पण
नई दिल्ली : शनिवार को एक काव्य संग्रह ‘बस्तर बोलता भी है’ का लोकार्पण किया गया। यह काव्य संग्रह प्रगतीशील किसान और कवि डॉ राजाराम त्रिपाठी द्वारा रचित है। डॉ त्रिपाठी की यह पांचवीं कृति है। इस काव्य में साहित्हय की हर विधा अपने समय का प्रतिनिधित्व करती है। लोकार्पण समारोह के मुख्य अतिथि प्रख्यात पत्रकार व […]
हम सरकार के काले क़ानूनों के सामने झुकने वाले नही हैं: राजा राम त्रिपाठी चेयरमैन AIFA
कृषि सुधारों के नाम पर लाये गये तीन नये कानूनों की विसंगतियों को लेकर देश के किसान आंदोलित व आक्रोशित है. गुरुवार को ‘दिल्ली चलों’ नारे के साथ किसान देश भर से दिल्ली आये. पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए दिल्ली की सीमा को बंद कर दिया था. सो वहीं किसान जम गये. यह बातें […]
आक्रोशित किसान खेत छोड़ सड़कों पर बैठे “जंतर-मंतर” दिल्ली से राजाराम त्रिपाठी
‘जंतर-मंतर’ दिल्ली : कृषि सुधारों के नाम पर लाये गये तीन नये कानूनों की विसंगतियों को लेकर देश के किसान आंदोलित व आक्रोशित है. गुरुवार को ‘दिल्ली चलों’ नारे के साथ किसान देश भर से दिल्ली आएं , पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए दिल्ली की सीमा को बंद कर दिया था, सो वहीं किसान […]
‘दिल्ली’ में कल होगा डॉ राजाराम त्रिपाठी की पुस्तक “बस्तर बोलता भी है” का लोकार्पण तथा उस पर विमर्श। पुस्तक की समीक्षा की है प्रसिद्ध समीक्षक /आलोचक बृहस्पति पांडे ने…कार्यक्रम स्थल: ककसाड़ कार्यालय दिल्ली,
संवेदनाओं की छन्नी से छन कर निकले शब्द श्रीराजेश | 26 Nov 2020 | 44 बृहस्पति कुमार पाण्डेय ‘बस्तर बोलता भी है’ यह पुस्तक डॉ. राजाराम त्रिपाठी द्वारा लिखित केवल काव्य संग्रह ही नहीं है बल्कि छत्तीसगढ़ के एक ऐसे जिले से मुलाकात है जिसके बारे में, उसमें रहने वाले आदिवासियों, उनकी समस्याओं, वहां की संस्कृति, संपदा, को भावों […]
छत्तीसगढ़ के डॉ. राजाराम त्रिपाठी बने मेडिसिनल प्लांट बोर्ड के सदस्य
आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड का हुआ पुनर्गठन, ‘आयुष मंत्रालय’ तथा ‘कृषि मंत्रालय’ भारत सरकार की अनुशंसा पर हुई नियुक्ति’ छत्तीसगढ़ से पहली बार किसी को मिला है, यह अवसर, देश के किसानों के लिए यह हर्ष तथा गर्व का अवसर वन औषधियों के संरक्षण तथा संवर्धन के लिए देश विदेश में जाने […]
Chhattisgarh: यहां हैं पांच लाख से भी ज्यादा औषधीय पेड़ पौधे, इनकी सोच से तैयार हुआ अनूठा जंगल
रायपुर। Chhattisgarh: भारत सरकार के आय़ुष मंत्रालय के तहत औषधीय पौधों की खेती व उसके संरक्षण व प्रोत्साहन के लिए महत्वपूर्ण निकाय मेडिसिनल प्लांट बोर्ड ने अपनी नई समिति का गठन किया है। समिति में छत्तीसगढ़ के औषधीय पौधों की खेती करने वाले प्रगतीशील किसान डा. राजाराम त्रिपाठी को बतौर सदस्य नियुक्त किया गया है। डा […]
डॉ. राजाराम त्रिपाठी आयुष मंत्रालय के ‘नेशनल मेडिसिनल प्लांट बोर्ड’ भारत सरकार के सदस्य नियुक्त
आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड का हुआ पुनर्गठन, ‘आयुष मंत्रालय’ तथा ‘कृषि मंत्रालय’ भारत सरकार की अनुशंसा पर हुई नियुक्ति’ छत्तीसगढ़ से पहली बार किसी को मिला है, यह अवसर, देश के किसानों के लिए यह हर्ष तथा गर्व का अवसर वन औषधियों के संरक्षण तथा संवर्धन के लिए देश विदेश में जाने […]
उद्योग विभाग के महाप्रबंधक “मां दंतेश्वरी हर्बल” कोंडागांव के कार्यालय पहुंचे, बनाए जा रहे सभी हर्बल उत्पादों का किया निरीक्षण
कोंडागांव। छत्तीसगढ़ शासन” के उद्योग विभाग के महाप्रबंधक ए ओप्पो गुरुवार को शासकीय भ्रमण निरीक्षण के लिए “मां दंतेश्वरी हर्बल” कोंडागांव के कार्यालय पहुंचे। उन्होंने मा दंतेश्वरी हर्बल प्रोडक्ट के द्वारा बनाए जा रहे सभी हर्बल उत्पादों का निरीक्षण किया। अंत में उन्हें आयुष मंत्रालय भारत सरकार के मार्गदर्शन में बनाए जा रहे कोरोना वायरस ने […]
किसान आंदोलन को आइफा का पूर्ण समर्थन; आंदोलन को तेज करने पर बनी सहमती
डॉ राजाराम त्रिपाठी, राष्ट्रीय समन्वयक, अखिल भारतीय किसान महासंघ ( आईफा ) कृषि व किसानों से जुड़े केंद्र सरकार द्वारा लाये गये तीन कानूनों के विरोध में मंगलवार को दिल्ली के रकाबगंज गुरुद्वारा में देश के विभिन्न हिस्सों से जुटे किसान संगठनों की एक बैठक हुई और इस बैठक में किसानों ने इन कानूनों के विरोध […]
जड़ी बूटी की खेती से बदल रहे किसानों की तकदीर
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके के किसान डॉ. त्रिपाठी ने खेती को बनाया फायदे का सौदा
‘International Millennium Award 2015’ for Social work was awarded to Dr. Rajaram Tripathi of Bastar
‘International Millennium Award 2015’ for Social work was awarded to Dr. Rajaram Tripathi of Bastar in Nagpur, Maharashtra in the presence of Eminent Scientist *Padmabhushan Dr.Vijay Bhatar (The man behind ‘Super Computer Param’) and other honourable dignitaries. Thank you friends, colleagues and all my well wishers for your support and well wishes.Dr. Rajaram TripathiBastar, Chattisgarh.
भाजपा के प्रतिशोध का शिकार हुए प्रगतिशील कृषक राजाराम
भाजपा के प्रतिशोध का शिकार हुए प्रगतिशील कृषक राजाराम BY अपना मोर्चा ON 11-Jan-2019 // राजेश ( संपादक कल्ट करंट ) अगर फुरसत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना हर इक दरिया हज़ारों साल का अफ़्साना लिखता है. देश के प्रसिद्ध शायर बशीर भद्र का यह शेर आज सत्तासीनों को थोड़ी करवट बदलकर जमीनी हकीकत से रू-ब-रू […]
बैंक के पीओ की सर्विस छोड़ी, ऑर्गेनिक खेती की, किसानों का ग्रुप बनाकर मार्केटिंग की, सालाना 2 करोड़ का टर्नओवर खड़ा किया
गांव का नाम ककनार। जिला बस्तर। राज्य छत्तीसगढ़। जब भी इस तरह के स्थानों का नाम आता है तो लोगों के जेहन में सीधे-सीधे नक्सलियों की एक छवि उभरती है। छत्तीसगढ़, झारखंड जैसे इलाकों में नक्सली घटना आम बात है। इसी ककनार के पास झीरम इलाका है। यहां पर ही कुछ समय पहले कांग्रेस के […]
जैविक खेती से खुल सकता है भारतीय किसानों का भाग्य: डा0 राजा राम त्रिपाठीे
डाक्टर राजा राम त्रिपाठी ने बैंक का जाॅब छोड़कर हर्बल की खेती शुरू की, 400 से अधिक प्रजाति की जड़ी बूटियों को उगाने में महारत, यंग भारत ने उनसे बातचीत कीप्रस्तुत है बातचीत के अंश अनिल शर्मा़+संजय श्रीवास्तव़+गोपाल गोयल रायपुर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के डाक्टर राजा राम त्रिपाठी किसान होने के साथ-साथ आयुर्वेद के भी […]
” देश के सबसे पुराने तथा विश्वसनीय दैनिक अग्रणी समाचार पत्रों में से एक “पायोनियर” के संपादकीय पृष्ठ पर कल 15 जुलाई 2020 को प्रकाशित बस्तर के किसान का लेख ,,
डीजल के दाम की भारी बढ़ोतरी का बहुत बुरा प्रभाव पड़ेगा देश की खेती और किसानों पर , खाद, बीज का परिवहन खर्चा भी बढ़ा, खेती की लागत में हुई भारी बढ़ोतरी।
जैव विविधता दिवस पर विशेष…”जैव विविधता”के अनमोल खजाने की बरबादी का जिम्मेदार कौन?
राजाराम त्रिपाठी:हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 22 मई को हमने “अन्तराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस “मनाया।यूं तो हम हर साल इसे मनाते हैं, पर क्या सचमुच हम अपनी जैव विविधता के संरक्षण के लिए गंभीर हैं??बाकी देशों का तो दावे के साथ नहीं पता, पर भारत में तो “जैव विविधता संरक्षण “का मसला निर्विवादित […]