कोंडागांव | कोंडागांव जिले के डॉ. राजाराम त्रिपाठी जर्मनी की हेंबर्ग यूनिवर्सिटी में आदिवासी समुदाय के परंपरागत ज्ञान विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में बस्तर की गांडा और बस्तर की मूल निवासी समुदाय की परंपरागत चिकित्सा पद्धति पर व्याख्यान देंगे। डॉ.राजाराम त्रिपाठी इस समय बस्तर विश्वविद्यालय में रिसर्च स्कालर हैं।
डॉ.त्रिपाठी अंतरराष्ट्रीय ख्याति के जैविक तथा वनौषधि किसान के रूप में जाने जाते हैं। मूसली, काली मिर्च, स्टीविया, आस्ट्रेलियन टीक आदि की ज्यादा उत्पादन देने वाली तथा जलवायु के उतार चढ़ाव को झेल सकने वाली किस्मों के विकास के लिए डॉ. त्रिपाठी को कई अवार्डस मिल चुके हैं।
रोममें इंटरनेशनल फार्मर्स की बैठक में भी लेंगे भाग : इसकांफ्रेंस के बाद वे रोम (इटली) में संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय किसान संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक में भाग लेंगे। वे सोमवार को रवाना होंगे।
डॉ. त्रिपाठी जर्मनी में बताएंगे आदिवासी चिकित्सा पद्धति
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